Tuesday, May 5, 2015

भारत के 12 भुतहा स्थान जहां दिन में भी जाने से डरते हैं लोग


भारत में कई ऐसे स्थान हैं जिन्हें भुतहा माना जाता है, यानी यह ऐसे स्थान हैं जहां जाने के बाद आपको रुहानी ताकतों या असामान्य सी स्थिति का एहसास होता है। इनमें कुछ ऐसे शहर भी शामिल हैं जहां देश दुनिया से छुट्टियां बिताने परिवार के साथ लोग आते हैं। तो आइए चलें उन स्थानों की सैर पर जहां सब कुछ सामान्य नहीं है। यहां कुछ नहीं होते हुए भी किसी अनजानी ताकत की मौजूदगी दिन में भी लोगों को डराती है।



पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग जिले में एक हिल स्टेशन है कुर्शियांग। यहां के डाउ हिल को भारत के प्रमुख भुतहा स्थानों में से एक माना जाता है। यहां के जंगलों में रात में तो दूर दिन में जाने के लिए भी बड़ा कलेजा चाहिए। यहां पर कई लोगों ने आत्महत्याएं की हैं। यहां के विक्टोरिया बॉयज स्कूल में छुट्टियों के दौरान किसी के चलने की असामान्य सी आवाजें आती हैं।



यह है जैसलमेर के पास स्थित कुलधारा गांव। करीब 180 साल से वीरान इस गांव को भुतहा माना जाता है। कहते हैं एक बहुत ही सुंदर लड़की के कारण यह गांव एक रात में वीरान हो गया। अब यहां की स्थिति यह है कि रात तो रात दिन में भी लोग यहां जाने से डरते हैं। कई पारानार्मल एक्सपर्ट की टीमें भी यहां रिसर्च करने चुकी हैं और उन्होंने भी माना है कि यहां कुछ तो असामान्य जरूर है।



यह है लांबी देहर माइंस जो मसूरी के बाहरी इलाके स्थित है। माना जाता है कि चूना पत्थर के इस खदान में नियमों की अनदेखी करके मजदूरों से काम लिया जाता था जिससे काफी संख्या में मजदूरों की मौत हो गई। माइंस में काम करने वाले कई ट्रक पर भी यहां पहाड़ी से गिरे। बाद में सुरक्षा कारणों से इस माइंस को बंद कर दिया गया लेकिन अब यह स्थान भूतहा माना जाता है। स्थानीय लोग बताता हैं कि यह माइंस अब भूतों का ठिकाना बन चुका है। रात के समय यहां से कई लोंगों के बातें करने की आवाजें आती हैं। कई बार यहां ट्रक भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।



यह दिल्ली स्थित लोथियन कब्रिस्तान। माना जाता है कि यहां एक अंग्रेज सैनिक की आत्मा भटकती है जो किसी भारतीय महिला का प्रेमी था। वैसे इस कब्रिस्तान में 1857 के विद्रोह के दौरान कई सैनिकों को दफनाया गया था।



यह है राजस्थान का बृजराज भवन। ऐसा माना जाता है कि यहां 1857 से एक ब्रिटिश रेजिडेंट मेजर चार्ल्स बुटेन की आत्मा भटकती है। यह आत्मा किसी पर्यटक को तो नुकसान नहीं पहुंचाती है लेकिन इस भवन में काम कर रहे कर्मचारी अगर ड्यूटी पर सोते हैं या धूम्रपान करते हैं तो मेजर की आत्मा जोरदार थप्पड़ लगाती है।



यह है राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगढ का विरान किला। किले के बाहर पुरातत्व विभाग का एक बोर्ड लगा हुआ है जिस पर साफ-साफ लिखा है कि सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद किले में प्रवेश वर्जित है। स्थानीय लोग मानते हैं कि इस किले में आत्माएं भटकती हैं। कुछ लोग बताते हैं यहां उन्हें रुहानी ताकतों का एहसास हुआ है। बात जो भी हो लेकिन इस विरान किले में शाम ढ़लने के बाद जाने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पाता।



गोवा स्थित यह है थ्री किंग्स चर्च। यहां पर तीन राजाओं को दफनाया गया है। माना जाता है कि इन तीनों राजाओं की आत्मा यहां भटकती है।



यह भुतहा किला पुणे में स्थित है जिसे शनिवार वाड़ा के नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि इस किले में 13 साल के नारायण राव की हत्या कर गयी थी। नारायण राव पेशवा पद के उत्तराधिकारी थे। हत्या के बाद से इनकी आत्मा किले में भटकती है। कुछ लोगों का ऐसा भी कहना है कि पूर्णिमा की रात में इस किले के अंदर से अजब सी चीख सुनाई देती है।



हैदराबाद स्थित यह है रामोजी फिल्म सिटी। कहते हैं यहां पर कई लडाइयां लड़ी गई और उनमें मारे गए सैनिकों की आत्मा यहां भटकती हैं। यह आत्माएं पुरूषों से ज्यादा महिलाओं को परेशान करती हैं। फिल्म सिटी में कई बार असामान्य घटनाएं होती रहती हैं। कई उपाय करने के बाद भी यहां से पारलौकिक शक्तियों का प्रभाव खत्म नहीं हुआ है।



यह है दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस से कुछ दूरी पर स्थित अग्रसेन की बावड़ी। महाराजा अग्रसेन के द्वारा बनवाए गए इस बवाड़ी को भूतहा माना जाता है। अब यह बावड़ी सूख चुकी है लेकिन कभी इसमें पानी भरा होता था। कहते हैं कि इस बावड़ी का पानी लोगों को सम्मोहित करके आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करता था।



मुंबई के माहिम में कैनोसा प्राइमरी स्कूल के पास स्थित यह है डिसूजा चॉल। कहा जाता है कि इस चॉल के आस-पास एक भूतनी की आत्मा भटकती है।कहते हैं रात के समय जब भी कोई यहां के कुएं के आस-पास से गुजरता है तो उसे भूतनी दिख जाती है। लेकिन यह किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती है। चॉल मालिक रिचर्ड हर दिन कुएं के पास फल और फूल चढ़ाते हैं ताकि आत्मा शांत रहे।




बंगलुरु के सेंट मार्क्स रोड पर स्थित यह है वास विला। वर्षों से विरान इस बंगले के बारे में कहा जाता है कि इस बंगले पर रुहानी ताकतों का कब्जा है। यह बंगला एक वकील का है। जिसमें वकील की दोनों बेटियां डोइस वास और वेरा वास रहा करती थी। 2001 की बात है किसी ने इस बंगले में डोइस की हत्या कर दी। और बंगले के अंदर ही डोइस को दफना दिया। तब से ही यह बंगला भूत बंगला बन गया है।

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