Sandeep Maheshwari
क्या आप Sandeep Maheshwari को जानते हैं?
अगर जानते हैं तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन अगर नहीं जानते हैं तो आज जान जाइए। क्योंकि वो एक ऐसे शख्स हैं जिन्हें जानकर आप खुद को inspire कर सकते हैं, अपनी हताशा को एक नयी उर्जा में बदल सकते हैं, उन्हें जानकर आप अपनी लाइफ को हमेशा-हमेशा के लिए change कर सकते हैं !
और आज का दिन उन्हें जानने के लिए ख़ास भी है , क्योंकि आज 28 सितम्बर को उनका birthday है। Happy B’day Sandeep
तो आइये पहले short में उनका profile देख लेते हैं :
नाम :
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संदीप महेश्वरी / Sandeep
Maheshwari
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जन्म :
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28 सितम्बर 1980, दिल्ली (Age: 34 Years)
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क्यों famous हैं?
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अपनी कंपनी Imagesbazaar.com के लिए, और उससे अधिक अपनी motivational
seminars के लिए, जिन्हें आप YouTube पर देख सकते हैं।
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शिक्षा :
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College dropout,
B.Com की पढाई अधूरी छोड़ दी।
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Awards & Recognition
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Creative
Entrepreneur of the Year 2013 by Entrepreneur India Summit
One of India’s Most
Promising Entrepreneurs by “Business World” magazine
Star Youth Achiever
Award instituted by the Global Youth Marketing Forum
Young Creative
Entrepreneur Award by the British Council, a division of the British High
Commission
Pioneer of Tomorrow
Award by the “ET Now” television channel
Source:http://www.sandeepmaheshwari.com/thePerson.aspx
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Sandeep Maheshwari Success Story & Biography in Hindi
“संदीप“ एक आम सा नाम; I am sure, आप संदीप नाम के कई लोगों को जानते होंगे। लेकिन मैं आज जिस संदीप के बारे में बात कर रहा हूँ वो special है, क्योंकि इस संदीप ने ना सिर्फ अपनी लाइफ बदली है बल्कि अपनी life changing seminars और YouTube channel के through लाखों-करोड़ों लोगों को एक बेहतर ज़िन्दगी जीने के लिए inspire किया है।
दोस्तों, जब कोई साधारण इंसान कुछ बड़ा करता है तो अपने आप ही वो हमारे–आपके जैसे common लोगों के लिए प्रेरणा का एक स्रोत बन जाता है। क्योंकि उसे देखकर लगता है यार ये तो बिलकुल अपनी तरह का बन्दा है, और जब ये कर सकता है तो हम क्यों नहीं? संदीप माहेश्वरी भी बिलकुल वैसा ही बन्दा है…. मिडल क्लास फैमिली का एक आम सा बंदा जिसने कुछ बड़ा किया है और जो हमें भी अपनी लाइफ में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा देता है ।
तो आइये जानते हैं Sandeep Maheshwari की inspirational story:
दिल्ली का एक मिडल क्लास लड़का, किराए के दो कमरे के छोटे से मकान में रहता था, जब बहुत छोटा था तब पड़ोस के एक बच्चे के पास लाल साइकिल देखकर मन मचल गया, पिता से साइकिल दिलाने की जिद्द की; जवाब आया “ मैं कोई टाटा–बिड़ला नहीं हूँ जो इसकी सारी फ़रमाइशें पूरी करता रहूँ।”
माँ से पुछा, “ ये टाटा-बिड़ला क्या होता है?”
“ये ऐसे लोग होते हैं जिनके पास ढेर सारे पैसे होते हैं।”, माँ ने पीछा छुड़ाते हुए कहा।
बच्चे ने फैसला किया कि वो बड़ा होकर “टाटा-बिड़ला” बनेगा। मगर लोग उसका मजाक उड़ाने लगे, जोकि ज्यादातर cases में expected है।
पर ये मजाक उड़ाना, discourage करना जारी रहा कभी किसी चीज को लेकर तो कभी किसी चीज को लेकर और बड़े होते होते ये बातें संदीप के दीमाग में इतनी बैठ चुकी थीं कि उन्हें लगने लगा कि कहीं से 10-15 हज़ार की नौकरी मिल जाए वही बहुत है।
जब संदीप 15-16 साल के थे तब उनके परिवार पर एक बड़ी मुसीबत आ गयी, उनके पिता का 20 साल पुराना अलुमुनियम का बिजनेस था, पार्टनर्स से हुई कुछ अनबन की वजह से उन्हें वो बिजनेस छोड़ना पड़ा।ये एक बड़ा संकट था, जब पैसा कम होता है तो परेशानियाँ अधिक हो जाती हैं। संदीप का परिवार भी तमाम परेशानियों से जूझ रहा था। पिताजी भी depression में रहने लगे। संदीप को लगा कि उन्हें कुछ करना चाहिए, वो परिवार के साथ मिल कर छोटे-मोटे काम करने लगे –
o माँ ने खजूर के पान बनाये, जिन्हें संदीप ने बेचने की कोशिश की नहीं बिका- Failure
o STD-PCO चलाने का प्रयास किया, नहीं चला –Failure
o Call-Center और इधर-उधर इंटरव्यू दिए, कहीं selection नहीं हुआ- Failure
हर तरफ निराशा,disappointment,उम्मीद की कोई किरण नहीं, टाटा- बिड़ला बनने का ख्वाब देखने वाला लड़का अब 5-6 हज़ार की नौकरी के बारे में सोचने लगा।
Sandeep Maheshwari की life का Turning Point :
फिर संदीप की लाइफ में एक टर्निंग पॉइंट आया, जब वे अठारह साल के थे तब किसी के बुलाने पर वे एक MLM company की seminar में गए। तीन घंटो में वहां उन्हें कुछ समझ नहीं आया लकिन अंत में जब एक लड़के ने स्टेज पे खड़े होकर बताया कि उसकी उम्र 21 साल है और वो महीने का ढाई लाख कमाता है तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गयी।
Sandeep आश्चर्य में थे, उन्हें लगा जब इस 21 साल के लड़के के लिए महीने का ढाई लाख कमाना आसान है तो उनके लिए भी है, जब ये कर सकता है तो मैं भी कर सकता हूँ। और अचानक आई इस बिलीफ ने संदीप की लाइफ हमेशा-हमेशा के लिए बदल दी।
संदीप MLM company में successful होने के लिए जी जान से जुट गए, पर सफल न हो पाये ; एक बार फिर उन्हें failure का सामना करना पड़ा। लेकिन इस बार की विफलता से वे निराश नहीं हुए। ये काम उन्होंने दुसरे की मोटिवेशन से शुरू किया था, उनकी अपनी desire नहीं थी।
संदीप जल्द ही कुछ और करना चाहते थे, मन में आया की मॉडलिंग कर लेता हूँ।
संदीप ने कॉलेज लेवल पर modelling शुरू की, थोड़ा घुसे तो पता चला हर दूसरा आदमी मॉडल बनना चाहता है, संदीप यहाँ भी सफल ना हो पाए लेकिन इस फील्ड में जाना उनकी आगे आने वाली लाइफ को बदलने वाला था।
संदीप मॉडलिंग वर्ल्ड की बहुत सारी बातें समझने लगे, बहुत गंदगी थी इस field में, 99% मॉडलिंग एजेंसीज फ्रॉड थीं, जो models को सिर्फ exploit कर रही थीं, तब संदीप के मन में आया कि मॉडल्स के लिए कुछ किया जाए, पर ये समझ नहीं आ रहा था कैसे?
फिर एक दिन उनका एक model दोस्त अपना पोर्टफोलियो लेकर आया, उसकी images देखकर संदीप बहुत excited हो गए। उसी क्षण उन्होंने फैसला कर लिया कि उन्हें photography सीखनी है। साउथ दिल्ली में सिर्फ २ हफ़्तों का एक कोर्स किया और एक बढ़िया सा कैमरा खरीद कर शौकिया फोटोग्राफी करने लगे। पर इस फील्ड में भी पहले से महारथियों की फ़ौज खड़ी थी, 2 हफ्ते क्या लोग 2-2 साल के कोर्स करके बैठे थे और कुछ ख़ास नहीं कर पा रहे थे।
संदीप के मन में एक आईडिया आया, वो अपने मॉडलिंग एक्सपीरियंस का यूज करते हुए एक लिस्ट बांटने लगे जिसमे genuine और fraud modelling agencies के नाम थे। लोग इनका ये काम पसंद करने लगे। जब कुछ लोग जान गए तो संदीप ने पेपर में एक ऐड दिया कि “मुफ्त में पोर्टफोलियो बनवाएं”
संदीप ने इन्हें बनाने के लिए retail market के हिसाब से सिर्फ मटेरियल और processing cost ली, पर चूँकि उन्हें whole sales market के हिसाब से चीजें उपलब्ध थीं इसलिए उन्हें इस काम में करीब 20 हज़ार का फायदा हुआ, जो उनकी पहली मेजर कमाई थी और ये बात उन्होंने ने पोर्टफोलियो बनवाने वाले मॉडल्स को भी क्लियर कर दी।
संदीप का कहना है कि, “ज़िन्दगी में कभी भी कुछ करना है तो सच बोल दो, घुमा-फिरा के बात मत करो।”
इसके बाद फोटोग्राफी का उनका काम कुछ चल पड़ा, महीने के 20-30 हज़ार आने लगे। पर गाड़ी आगे नहीं बढ़ रही थी।
संदीप कहते हैं कि ,“photography में सिर्फ काम नहीं बिकता नाम बिकता है”
और अब उन्हें नाम करना था।
21-22 साल की उम्र का कोई लड़का अमूमन क्या सोचता? यही ना कि ये तो बड़ा मुश्किल है ! पर संदीप तो मानते ही नहीं कि कुछ भी मुश्किल है, उनके ज़हन में ये बात बैठ चुकी थी कि सब आसान है!
दीमाग में आया कि एक world record बनाया जाए। जिससे सब लोग उनको जान जाएं। पहुँच गए, Limca Book Of World Records के office. अधिकारी ने समझाया; कोई इंडिया लेवल का रिकॉर्ड बनाओ… ये वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना मुश्किल है, इसके लिए कम से कम 100 मॉडल्स होने चाहियें जिनकी 12 घंटे के अन्दर 10,000 फोटो खींचनी होगी वो भी सब अलग-अलग पोज में..
“हो जाएगा”, संदीप ने जवाब दिया।
लेकिन क्या ये करना इतना आसान था, बिलकुल नहीं !
बहुत से challenges आये, मॉडल्स arrange करना, पैसों का इंतजाम, etc; लेकिन अपनी धुन के पक्के संदीप माहेश्वरी के सामने एक भी टिक न सका। और संदीप ने 22 साल की उम्र में year 2003 मे ये वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
World record बन जाने से अब उनका नाम भी हो गया, आम लोग, मॉडल्स, advertising agencies सब उनको जानने लगे, उनकी agency Delhi और India level पे भी top की एजेंसी बन गयी, दो-दो offices खुल गए, खूब पैसे भी आने लगे पर संदीप खुश नहीं थे।
एक बात उन्हें अभी भी परेशान कर रही थी, मॉडल्स का कुछ ख़ास नही हो रहा था , पोर्टफोलियो बनवाने में वे इतने पैसे खर्च करते पर उन्हें काम नहीं मिलता।
संदीप में उनकी हेल्प करने के लिए एक मैगज़ीन निकाली , वेबसाइट भी लांच की पर कुछ नहीं हुआ, संदीप परेशान थे।
वो 2006 का साल था, संदीप के अन्दर मॉडल को हेल्प करने की एक बहुत बड़ी urge आई, सोचा चाहे जो हो जाए इनके लिए कुछ करना है!
संदीप कहते हैं, “जब हम बोलते हैं आसान है और जवाब मांगते हैं तो जवाब मिल जाता है।”
एक दिन उनके ऑफिस में एक ad agency वाला आया, एक मॉडल की फोटो देखी और बोला, “हमारे पास शूट-वूट का टाइम नहीं है, हम इसी फोटो को स्कैन करेंगे और सीधा ऐड में छाप देंगे। और इसके हम बस ढाई हज़ार दे सकते हैं। ”
संदीप को और क्या चाहिए था, उनके मॉडल को एक ऐड में आने का मौका मिल रहा था और कुछ पैसे भी आ रहे थे। वे फ़ौरन तैयार हो गए।
और इस incident से ही उनके दिमाग में ImagesBazaar का आईडिया आया। दरअसल, पहले क्या होता था कि ad agencies किसी मॉडल का पोर्टफोलियो देखकर उसे सेलेक्ट करती थीं , फिर जैसा ऐड होता था उस हिसाब से शूटिंग- फोटो सेशंस वगैरह किये जाते थे। पर इस बार तो सीधे पोर्टफोलियो वाली फोटो ही सेलेक्ट कर ली गयी थी। यानि अगर clients को directly उनके ऐड के मुताबिक ही फोटो मिल जाएं तो शूट करने में टाइम और पैसा खराब करना कौन चाहेगा। और इसी सोच ने Indian photos की सबसे बड़ी online repository ImagesBazaar को जन्म दिया। और आज आप अखबारों , मैगजीन्स, और बड़ी-बड़ी hoardings पे जितने भी ads देखते हैं, उनमे से ज्यादातर में ImagesBazaar की फोटोग्राफ्स use की गयी होती हैं। What an achievement ! Isn’t it?
दोस्तों, यहाँ एक बात गौर करने की है, जब संदीप को ये आईडिया आया तो वो already एक अच्छी position में थे, फिर भी उन्होंने तुरंत अपने दोनों offices बंद किये और अपना पूरा फोकस ImagesBazaar पर डाल दिया। ऐसा करने पर लोगों ने उन्हें पागल कहा, पर संदीप अक्सर कहते हैं , “जब भी कुछ बड़ा होना होता है तो आपको पागल होना पड़ेगा।” और उन्होंने ने यही किया, ImagesBazaar को लेकर वो पागलों की तरह काम करने लगे और उसे अपनी सबसे बड़ी success story बना दी।
Sandeep Maheshwari के तीन सबसे बड़े failures:
o Photography शुरू करने के कुछ दिनों बाद एक दोस्त ने संदीप को एक New Year Party organize करने के लिए तैयार किया। Deal ये थी कि वो दोस्त पैसा लगाएगा और संदीप सारा काम देखेंगे। दोस्त ने शुरू में तो पैसे लगाए पर बाद में पीछे हट गया। ऐसे में संदीप ने इधर-उधर से पैसे उधार लेकर 2-3 महीने जम कर इस event को सक्सेसफुल बनाने के लिए काम किया। 800 लोग इसमें आये, event बहुत सफल रहा , पर जब अंत में profit शेयर करने की बात आई तो वो दोस्त सारे पैसे लेकर गायब हो गया और फिर कभी नहीं मिला। ये एक बड़ा धक्का था , पर संदीप कहते हैं , “सक्सेस एक्सपीरियंस से आती है और एक्सपीरियंस बैड एक्सपीरियंस से।” वो इससे जरा भी हताश नहीं हुए और घर जाकर खूब enjoy किया कि चलो आज एक बहुत बड़ी सीख मिली है।
o फोटोग्राफी में घुसने के कुछ दिन बाद भी Sandeep Japan Life नाम की एक Multi-level marketing company से जुड़े हुए थे, और तुक्के में उनके महीने के एक लाख रुपये भी आने लगे। पर यहाँ भी उन्हें लगा कि लोग ठगे जा रहे हैं, तो कुछ down line के लोगों के साथ मिलकर एक दूसरी MLM company शुरू की। इसमें खूब लग कर काम किया , software बनवाना, operations manage करना, सबकुछ किया। और शुरू में सब सही चला, 6 महीनो में 1100 लोगों ने ज्वाइन भी कर लिया पर उसके बाद पार्टनर्स में हुई किसी dispute की वजह से कम्पनी बंद हो गयी।संदीप ने इसमें काफी पैसा लगा दिया था और अब जापान लाइफ भी नही थी और यहाँ भी कुछ नहीं था , एक बार फिर वो ZERO पे थे।
o जब संदीप MLM में भी फेल हो गए और अभी फोटोग्राफी में भी स्ट्रगल चल रहा था तभी संदीप के दीमाग में आया कि Marketing पे एक बुक लिखी जाए और लगभग 20 साल की उम्र में उन्होंने एक बुक लिख डाली। इसकी आनोखी बात ये थी कि इसे आगे से नहीं पीछे से पढना था । पर इसे खरीदने में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, 1000 में से करीब 150 copies ही बिकीं और बाकी 850 को माँ ने कबाड़ वाले को बेच दिया।
पर क्या ये failures सचमुच इतने बुरे थे?
संदीप कहते हैं कि , “मैं सिर्फ good luck को मानता हूँ, bad luck नाम की इस दुनिया में कोई चीज नहीं, क्योंकि जो होता है अच्छे के लिए होता है। इसका मतलब हमारे साथ कुछ बुरा भी हो रहा है तो बुरा लग रहा है बुरा है नहीं, आज बुरा लग रहा है आगे आने वाले टाइम पे पता चलता है कि वो भी अच्छे के लिए हुआ है।”
और यही सीख हमें संदीप के इन तीन बड़े failures से मिलती है :
पहले failure की वजह से संदीप को event manage करने का confidence आ गया, जिस वजह से वो photography से related अपना वर्ल्ड रिकॉर्ड बना पाए, जिसमे उन्होंने खुद ही सारा कुछ मैनेज किया, नहीं तो उन्हें किसी इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी को हायर करना पड़ता जिसके लिए उनके पास पैसे नहीं थे।
दुसरा, MLM वाला फेलियर न होता तो ImagesBazaar ही नहीं बन पाती। क्योंकि, अपनी MLM कम्पनी बनाने की वजह से उन्हें software की knowledge हो गयी , और अगर ये knowledge ना होती तो वो ImagesBazaar की कल्पना भी नहीं कर पाते।
तीसरे फेलियर, जिसमे उनकी बुक फ्लॉप हो गयी , उसके लिए संदीप कहते हैं कि ,”आज मैं जो कुछ भी कर रहा हूँ इस बुक की वजह से कर रहा हूँ”, दरअसल इस बुक को लिखने के चक्कर में उन्होंने इतनी सारी बुक्स पढ़ डालीं कि उनका माइंड बहुत ब्रॉड हो गया, और वो बिजनेस रिलेटेड या और भी कई तरह की प्रोब्लम्स को बड़ी आसानी से सोल्व कर लेते हैं।
Sandeep Maheshwari की success का सबसे बड़ा secret?
संदीप की सफलता का सबसे बड़ा राज सिर्फ दो शब्दों में छिपा है –“आसान है”। वे किसी भी चीज को मुश्किल नहीं मानते, चाहे challenges बड़े हों या छोटे, हर बार वो यही सोचते हैं कि ये “आसान है”, और सचमुच वो उनके लिए आसान बन जाता है। और यही सलाह वो हर इंसान को देते हैं, उनका कहना है कि अगर किसी को उनसे सिर्फ और सिर्फ एक चीज सीखनी है तो वो है “आसान है” का फंडा।
Sandeep says, “अपनी life की छोटी से छोटी problems बड़ी से बड़ी problems उसमे जा कर के इन दो words को चिपका दो , अंदर से जिस दिन आवाज आने लग गयी न.. “आसान है ”, उस दिन सबकुछ सबकुछ सच मे आसान हो जाएगा.. और यही मेरी life का सबसे बड़ा secret है सबसे बड़ा… “आसान है !” इसकी power को under estimate मत करो … इसने मेरी ज़िन्दगी बदली है !”
क्या कोई भी कुछ भी कर सकता है?
संदीप – “अगर मेरे जैसा लड़का जो दब्बू था…जो शर्माता था…वो अगर स्टेज पे आकर बोल सकता है तो दुनिया का कोई भी आदमी कुछ भी कर सकता है।”
संदीप मानते हैं कि, “कामयाब होना कोई बड़ों का खेल नहीं… ये बच्चों का खेल है…और अगर तुम मान लो कि successful होना बच्चों का खेल है तो क्या होगा… successful हो जाओगे…”
हम करना तो चाहते हैं पर डर लगता है कि लोग क्या कहेंगे?
संदीप-“वो क्या सोचेगा…ये मत सोचो…वो भी यही सोच रहा है. एक समय लोग मुझसे कहते थे …ये ले दस रुपये और मेरी photo खींच दे …अगर मैं यही सोचता कि लोग क्या कहेंगे तो मैं आज यहाँ नहीं होता.. दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग !”
आपके लिए सक्सेस का क्या मतलब है?
संदीप- “Success की सिर्फ एक definition है मेरे लिए, share करो….दिल से share करो…सबके साथ share करो… “
आपकी सबसे बड़ी सक्सेस क्या है?
संदीप- “एक बार एक बच्चे की फोटो प्रिंट हुई, मुझे इस बारे में पता भी नहीं था; उसकी माँ आई, उनकी आँखों में आंसूं थे, मुझसे बोलीं , “thank you”…यही मेरी सबसे बड़ी सक्सेस है।”
Friends, I hope Sandeep Maheshwari की ये कहानी मेरी तरह आपको भी ज़रूर inspire करेगी। ये पोस्ट लम्बी है इसकी सारी बातें याद रहे न रहे लेकिन दो बातें ज़रूर याद रखियेगा : आप जो भी करना चाहते हैं, छोटा…बड़ा…बहुत बड़ा… वो करना आसान है…आसान है…आसान है। और जब आपकी ज़िन्दगी सचमुच आसान बन जाए तो दूसरों की ज़िन्दगी आसान बनाना मत भूलियेगा….share करियेगा..दिल से share करियेगा…खूब share करियेगा…बार-बार share करियेगा !
Thank You
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